डायरेक्ट प्लान में ज्यादा रिटर्न मिलता है या रेगुलर प्लान में? जानने के लिए देखिए वीडियो-
इक्विटीज के मामले में लेंडर इन्वेस्टमेंट का 50% से 60% अमाउंट आपको लोन के तौर पर दे सकते हैं. वहीं, डेट इंस्ट्रूमेंट में यह राशि अधिक हो सकती है.
Mutual Funds: जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का एक अच्छा विकल्प है.
AMFI ने CBDT के सामने प्रस्ताव रखा है जिससे डेट विकल्पों में डेट लिंक्ड सेविंग स्कीम (DLSS) के जरिए टैक्स बचत हो सकेगी. इसमें ELSS फंड्स जैसी ही टैक्स से जुड़े फायदे होंगे.